30 Jun 2025, Mon

घर में सोते रहे लोग और उड़ गई ज्वैलरी-नकदी! पुलिस ने किया बड़े गैंग का पर्दाफाश

Vikasnagar : देहरादून में हाल ही में हुई एक नकबजनी की घटना ने स्थानीय निवासियों को दहशत में डाल दिया था, लेकिन दून पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सजगता ने इस मामले को जल्दी ही सुलझा लिया। दो शातिर नकबजनों को गिरफ्तार कर चोरी के माल सहित धर दबोचा गया, जिससे क्षेत्र में राहत की सांस ली गई।

यह घटना न केवल पुलिस की कार्यकुशलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि अपराधियों के लिए अब छिपना आसान नहीं। आइए, इस मामले की पूरी कहानी जानते हैं।

घटना का विवरण

19 जून 2025 की रात को विकासनगर के सिंगरा कॉलोनी निवासी एकजोत सिंह कोचर के घर में अज्ञात चोरों ने सेंध लगाई। चोरों ने ताला तोड़कर अलमारी से कीमती ज्वैलरी, 35,000 रुपये नकद और एक मोबाइल फोन चुरा लिया। पीड़ित ने तुरंत विकासनगर थाने में शिकायत दर्ज की, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा संख्या 181/2025 के तहत धारा 305(1)/331(4) BNS में मामला दर्ज किया। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून के निर्देश पर एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई। इस टीम ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इसके साथ ही, मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर संदिग्धों की जानकारी जुटाई गई। पुलिस ने पुराने अपराधियों के रिकॉर्ड की भी जांच की और संदिग्धों का भौतिक सत्यापन किया। इन अथक प्रयासों का नतीजा यह हुआ कि पुलिस ने एक नंबर पुल से डाकपत्थर चौक के बीच दो संदिग्धों को पकड़ लिया।

अभियुक्तों की गिरफ्तारी और बरामदगी

पुलिस ने शुभम त्यागी (30 वर्ष) और संदीप (29 वर्ष) को गिरफ्तार किया, जो विकासनगर के ही निवासी हैं। इनके कब्जे से चोरी की गई ज्वैलरी और 33,000 रुपये नकद बरामद किए गए। पूछताछ में पता चला कि दोनों अभियुक्त पहले भी चोरी, नकबजनी, लूट और अन्य संगीन अपराधों में शामिल रहे हैं। इनके खिलाफ देहरादून के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें ड्रग्स, हथियारों का अवैध कब्जा और गुंडा अधिनियम जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

अपराधियों का आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक रिकॉर्ड चौंकाने वाला है। शुभम और संदीप ने न केवल इस घटना को अंजाम दिया, बल्कि वे पहले भी कई बार जेल की हवा खा चुके हैं। संदीप के खिलाफ 2018 से 2024 तक विभिन्न धाराओं में नौ मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें नकबजनी, चोरी और हथियारों से संबंधित मामले शामिल हैं। यह दर्शाता है कि ये अभियुक्त पेशेवर अपराधी हैं, जिन्हें बार-बार अपराध करने की आदत है।

पुलिस की मेहनत रंग लाई

इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम की मेहनत और समर्पण काबिले-तारीफ है। उप-निरीक्षक संदीप कुमार के नेतृत्व में अर्जुन उ0नि0 नौशाद अंसारी, कांस्टेबल पवन बिष्ट और अजय ने दिन-रात मेहनत कर इस मामले को सुलझाया। उनकी सूझबूझ और तकनीकी दक्षता ने न केवल चोरी का माल बरामद करवाया, बल्कि क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाने में भी मदद की।

विकासनगर, देहरादून में हाल ही में हुई एक नकबजनी की घटना ने स्थानीय निवासियों को दहशत में डाल दिया था, लेकिन दून पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सजगता ने इस मामले को जल्दी ही सुलझा लिया। दो शातिर नकबजनों को गिरफ्तार कर चोरी के माल सहित धर दबोचा गया, जिससे क्षेत्र में राहत की सांस ली गई।

यह घटना न केवल पुलिस की कार्यकुशलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि अपराधियों के लिए अब छिपना आसान नहीं। आइए, इस मामले की पूरी कहानी जानते हैं।

घटना का विवरण

19 जून 2025 की रात को विकासनगर के सिंगरा कॉलोनी निवासी एकजोत सिंह कोचर के घर में अज्ञात चोरों ने सेंध लगाई। चोरों ने ताला तोड़कर अलमारी से कीमती ज्वैलरी, 35,000 रुपये नकद और एक मोबाइल फोन चुरा लिया। पीड़ित ने तुरंत विकासनगर थाने में शिकायत दर्ज की, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा संख्या 181/2025 के तहत धारा 305(1)/331(4) BNS में मामला दर्ज किया। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून के निर्देश पर एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई। इस टीम ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। इसके साथ ही, मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर संदिग्धों की जानकारी जुटाई गई। पुलिस ने पुराने अपराधियों के रिकॉर्ड की भी जांच की और संदिग्धों का भौतिक सत्यापन किया। इन अथक प्रयासों का नतीजा यह हुआ कि पुलिस ने एक नंबर पुल से डाकपत्थर चौक के बीच दो संदिग्धों को पकड़ लिया।

अभियुक्तों की गिरफ्तारी और बरामदगी

पुलिस ने शुभम त्यागी (30 वर्ष) और संदीप (29 वर्ष) को गिरफ्तार किया, जो विकासनगर के ही निवासी हैं। इनके कब्जे से चोरी की गई ज्वैलरी और 33,000 रुपये नकद बरामद किए गए। पूछताछ में पता चला कि दोनों अभियुक्त पहले भी चोरी, नकबजनी, लूट और अन्य संगीन अपराधों में शामिल रहे हैं। इनके खिलाफ देहरादून के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें ड्रग्स, हथियारों का अवैध कब्जा और गुंडा अधिनियम जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

अपराधियों का आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक रिकॉर्ड चौंकाने वाला है। शुभम और संदीप ने न केवल इस घटना को अंजाम दिया, बल्कि वे पहले भी कई बार जेल की हवा खा चुके हैं। संदीप के खिलाफ 2018 से 2024 तक विभिन्न धाराओं में नौ मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें नकबजनी, चोरी और हथियारों से संबंधित मामले शामिल हैं। यह दर्शाता है कि ये अभियुक्त पेशेवर अपराधी हैं, जिन्हें बार-बार अपराध करने की आदत है।

पुलिस की मेहनत रंग लाई

इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम की मेहनत और समर्पण काबिले-तारीफ है। उप-निरीक्षक संदीप कुमार के नेतृत्व में अर्जुन उ0नि0 नौशाद अंसारी, कांस्टेबल पवन बिष्ट और अजय ने दिन-रात मेहनत कर इस मामले को सुलझाया। उनकी सूझबूझ और तकनीकी दक्षता ने न केवल चोरी का माल बरामद करवाया, बल्कि क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाने में भी मदद की।

By admin

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