Dehradun News : ऋषिकेश की सड़कों पर एक बार फिर उत्तराखंड पुलिस ने अपनी मानवता और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया है। एक महिला का खोया हुआ पर्स, जिसमें एक लाख रुपये नकद और एक कीमती आईफोन था, को पुलिस ने न केवल ढूंढ निकाला, बल्कि उसे सुरक्षित वापस भी कर दिया।
यह घटना न सिर्फ पुलिस की तत्परता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जनता का विश्वास जीतने में दून पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ रही। इस कार्यवाही ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उत्तराखंड पुलिस न केवल कानून की रक्षा करती है, बल्कि लोगों के दिलों में भी अपनी जगह बनाती है।
दरअसल, 2 जून 2025 को श्यामपुर, चोपड़ा फार्म निवासी श्रीमती सरिता भट्ट ने ऋषिकेश कोतवाली में एक शिकायत दर्ज की। उन्होंने बताया कि बाजार में खरीदारी के दौरान उनका पर्स कहीं गिर गया, जिसमें एक लाख रुपये नकद, एक एप्पल कंपनी का मोबाइल फोन और कुछ अन्य जरूरी सामान था।
सरिता ने पर्स को खोजने की हर संभव कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। हताश होकर उन्होंने पुलिस का सहारा लिया। उनकी शिकायत सुनते ही कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने तुरंत एक पुलिस टीम को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।
पुलिस की टीम, जिसमें उप-निरीक्षक राजकुमार, कॉन्स्टेबल दिनेश महर और अभिषेक शामिल थे, ने बिना समय गंवाए कार्रवाई शुरू की। उन्होंने सरिता के बताए स्थान पर पहुंचकर आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई और सड़क किनारे दुकानों के बाहर गहन तलाशी ली।
उनकी मेहनत रंग लाई और कुछ ही समय में पुलिस ने मुख्य बाजार में सड़क के किनारे पड़ा हुआ पर्स बरामद कर लिया। पर्स में न केवल एक लाख रुपये नकद और आईफोन सुरक्षित थे, बल्कि अन्य सामान भी पूरी तरह से ठीक था। पुलिस ने इस पर्स को श्रीमती सरिता भट्ट को सौंप दिया, जिससे उनकी खुशी का ठिकाना न रहा।
पर्स की बरामदगी के बाद सरिता और उनके परिवार ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सहयोग की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस मानवीय पहल ने उनके मन में उत्तराखंड पुलिस के प्रति सम्मान और विश्वास को और बढ़ा दिया। सरिता ने विशेष रूप से दून पुलिस की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए आभार व्यक्त किया।
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि उत्तराखंड पुलिस न केवल अपराध रोकने में सक्षम है, बल्कि जनता की छोटी-छोटी समस्याओं को हल करने में भी पूरी तरह समर्पित है।