अब यमुनोत्री जाना हुआ आसान, पहली बार शुरू होगी हेली सेवा 

देहरादून : उत्तराखंड के पवित्र यमुनोत्री धाम की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए हमेशा से एक कठिन लेकिन आध्यात्मिक अनुभव रही है। यहाँ तक पहुँचने के लिए भक्तों को करीब पांच से छह किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पैदल तय करनी पड़ती है। जो लोग इस दूरी को पैदल पार करने में असमर्थ होते हैं, उनके लिए घोड़े, खच्चर या पालकी ही एकमात्र सहारा होते हैं।

लेकिन अब इस चुनौती को आसान बनाने के लिए एक बड़ी पहल शुरू होने जा रही है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) ने पहली बार यमुनोत्री धाम के लिए हेली सेवा (Heli Service) शुरू करने की योजना बनाई है, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी और उनका सफर सुरक्षित व आरामदायक होगा।

चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के इस सीजन में यमुनोत्री धाम को हेलीकॉप्टर से जोड़ने की तैयारियाँ जोरों पर हैं। UCADA ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है और अब डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) से मंजूरी का इंतज़ार किया जा रहा है।

यह सेवा शुरू होने के बाद पहली बार ऐसा होगा कि श्रद्धालु हवाई मार्ग से यमुनोत्री धाम के दर्शन कर सकेंगे। इस कदम से न केवल यात्रा का समय बचेगा, बल्कि बुजुर्गों और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए भी यह एक वरदान साबित होगा।

अभी तक यमुनोत्री धाम के लिए कोई हेली सेवा उपलब्ध नहीं थी, जिसके चलते श्रद्धालुओं को पैदल चढ़ाई या पारंपरिक साधनों पर निर्भर रहना पड़ता था। अब खरसाली से यमुनोत्री तक हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की योजना पर काम चल रहा है। प्राधिकरण ने इसके लिए एविएशन कंपनियों से आवेदन माँगे हैं और DGCA से अनुमति लेने की प्रक्रिया भी जारी है।

UCADA की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सोनिका ने बताया कि इस सेवा को शुरू करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उनका कहना है कि यह पहल श्रद्धालुओं के लिए एक नया अनुभव लेकर आएगी और चारधाम यात्रा को और भी सुलभ बनाएगी। यह कदम न सिर्फ यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि उत्तराखंड के पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।